शासकीय गुण्डाधूर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोण्डागाँव में संस्था के प्राचार्य डॉ. सी.आर.पटेल के मार्गदर्शन में हिंदी विभाग के द्वारा तुलसीदास जयंती का आयोजन किया गया| इस अवसर पर हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक विनय कुमार देवाँगन ने बताया कि श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को प्रतिवर्ष तुलसीदास जयंती मनाई जाती है| संपूर्ण भारत में यदि किसी कवि की पंक्तियाँ लोगों को सबसे अधिक कंठस्थ हैं, तो वे तुलसीदास ही हैं| वे लोकनायक कहे जाते हैं| तुलसीदास ने रामचरितमानस के जरिए आराध्य राम की भक्ति को घर-घर तक पहुंचाया| जहाँ तुलसी का साहित्य भक्ति भावना को जागृत करता है, वहीं सामाजिक चेतना का भी प्रसार करता है| हिंदी विभाग के अतिथि व्याख्याता लक्ष्मीदास मानिकपुरी ने इस अवसर पर कहा कि तुलसी रामचरितमानस में एक श्रेष्ठ कवि के साथ-साथ एक उपदेशक के रूप में भी सामने आते हैं| उनके रामचरितमानस में शिव और वैष्णव, सगुण और निर्गुण, ज्ञान और भक्ति का सुंदर समन्वय देखने को मिलता है| विद्यार्थियों में से देवकी, सौम्या, मनीष, ऐश्वर्या, पिंकी ने भी तुलसीदास के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला| इस अवसर पर विद्यार्थियों हेतु प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था जिसमें विद्यार्थियों को मीरा समूह, तुलसी समूह, कबीर समूह एवं सूर समूह में बांटा गया था और तुलसीदास के जीवन चरित्र से संबंधित प्रश्न पूछे गए, जिसमें मीरा समूह ने बाजी मारी| हिंदी विभाग के अतिथि व्याख्याता सिहनु लांबा ने आभार प्रदर्शन किया| इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थियों से खेमसिंह, उमेश कुमार,महेंद्र, रवींद्र, अल्का,सीमा, सुरेखा, अशोक, विजय, शिवानी, हेमलता, शानू, दीपिका सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे|