शासकीय गुण्डाधूर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोण्डागाँव में हिंदी विभाग के द्वारा चार दिवसीय विभागीय सेमिनार का आयोजन 21 नवंबर से 24 नवंबर तक किया गया, जिसमें एम.ए. हिंदी प्रथम और तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न विषयों पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया| प्रथम दिवस में आदिकाल, पूर्व मध्यकाल, कामकाजी हिंदी एवं पत्रकारिता पर, द्वितीय दिवस में भाषा विज्ञान, प्राचीन एवं मध्यकालीन काव्य पर, तृतीय दिवस में साहित्य के सिद्धांत, आलोचना शास्त्र, छायावादी काव्य पर तथा चतुर्थ दिवस में भारतीय साहित्य, नाटक, एकांकी एवं चरित्रात्मक कृति जैसे महत्वपूर्ण विषयों के अनेक पहलुओं पर विद्यार्थियों द्वारा व्याख्यान प्रस्तुत किया गया| सेमिनार के समापन अवसर पर महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्य डॉ. किरण नुरुटी ने इस संगोष्ठी आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों के आत्मविश्वास एवं व्यक्तित्व के विकास में अभिवृद्धि करने के साथ-साथ परीक्षा की तैयारी की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं| अंग्रेजी विभाग के सहायक प्राध्यापक श्रीमती रूपा सोरी ने भी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सेमिनार विषय की महत्ता को स्थापित कर विषय के प्रति जागरूकता का भाव उत्पन्न करता है| हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक विनय कुमार देवाँगन ने सेमिनार आयोजन के संबंध में बताया कि विचार विमर्श की प्रक्रिया से नए और पुराने तथ्यों को प्रकाश में लाने के उद्देश्य से इस तरह का आयोजन प्रतिवर्ष हिंदी विभाग के द्वारा किया जाता रहा है| इस वर्ष भी 21 नवंबर से 24 नवंबर तक विभागीय सेमिनार का आयोजन किया गया था| हिंदी विभाग के अतिथि व्याख्याता श्रीमती सिहनु लांबा ने सेमिनार में उपस्थित प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों का आभार प्रकट किया| इस कार्यक्रम में मंजू वट्टी, सुशीला, गीतेश्वरी, प्यारीलाल, कमलेश,अंबिका, रेखा, सनमती, सविता, सीमा, मीना, पुष्पा, शारदा, महेश्वरी, खेमसिंह, देवकी, मनीष, धनेश्वरी, महेंद्र, शानू सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे|