शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोण्डागांव के कैरियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट सेल तथा एमएसएमई डेवलपमेंट एंड फेसिलिटेशन ऑफिस रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय उद्यमिता जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया था। कार्यशाला का उद्देश्य महाविद्यालय के छात्रों को उद्यमी बनने व उद्यमशीलता के लिए प्रेरित करने तथा इसके लिए मिलने वाली सरकारी मदद के बारे में जानकारी प्रदान करना और जागरूक करना था। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के कैरियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ देवाशीष हालदार ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नौकरियां सीमित हैं जो सबको नही मिल सकती इसलिए हमें व्यवसायी बनने के अतिरिक्त उद्यमी बनने पर अपना रुझान दिखाना चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एमएसएमई रायपुर के सहायक निदेशक श्री किशोर इरपाते ने अपने वक्तव्य में सबसे पहले अपने कार्यालय के कामों के बारे में बताया। उन्होने कहा किहम अपने जीवन के अधिकांश समय नौकरी हासिल करने में लगा देते हैं जबकि विदेशों में नौकरी से बढ़कर लोग उद्यमिता पर रुझान दिखाते हैं। उन्होंने उद्यमी न बनने के कारणों में रिस्क तथा पारिवारिक दबाव को महत्वपूर्ण बताया। इसके हल के रूप में अपने कामों के साथ साथ पूरक उद्योगों की स्थापना करने की बात कही।
हमारे इस क्षेत्र में वर्मी कम्पोस्ट बनाने, महुआ के विभिन्न उत्पाद बनाने, मशरूम के विभिन्न उत्पाद इत्यादि की संभावनाओं के बारे में बताया। उद्यमी बनने और इसके विभिन्न आयामों के बारे में जानने, समझने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए शासन की विभिन्न वेबसाइट्स के बारे में जानकारी दी। पीएमईजीपी और मुद्रा लोन के तहत 10 हज़ार से 25 लाख तक के सब्सिडी युक्त लोन के बारे में भी जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंत मे छात्रों की जिज्ञासाओं को शांत किया।
कार्यक्रम का संचालन ज़िला कौशल विकास विभाग के फेलो अभिनय रात्रे ने किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र, लाइवलीहुड कॉलेज के शिक्षक और छात्रों के अतिरिक्त जिला रोज़गार अधिकारी श्री पवन नेताम भी उपस्थित थे जिन्होने अपने चिर परिचित अंदाज़ में छात्रों को प्रेरित किया।