शासकीय गुण्डाधूर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोण्डागाँव के प्राचार्य डॉ.सी.आर.पटेल के निर्देशन और हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक विनय कुमार देवाँगन के मार्गदर्शन में एम.ए. हिंदी- द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों के द्वारा कोण्डागाँव स्थित विभिन्न संस्थाओं का शैक्षणिक भ्रमण किया गया| प्रथम दिवस विद्यार्थियों ने जिला ग्रंथालय, कोण्डागाँव का भ्रमण किया, जहाँ उन्होंने विभिन्न साहित्यिक पुस्तकों का वाचन किया| इस दौरान ग्रंथालय प्रभारी प्रशांत विश्वकर्मा के द्वारा विद्यार्थियों को बताया गया कि ग्रंथालय में विभिन्न विषय के पुस्तकों के अतिरिक्त प्रतियोगी परीक्षाओं के उपयोगी पुस्तकें भी उपलब्ध हैं, जिन्हें विद्यार्थी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उपयोग कर सकते हैं| इसी क्रम में विद्यार्थियों ने उड़ान महिला कृषक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ,कोण्डागाँव के भ्रमण के दौरान संस्था के विभिन्न प्रकोष्ठ द्वारा दैनिक जीवन में उपयोग की वस्तुओं के निर्माण की बारीकियों का अवलोकन किया| संस्था प्रभारी द्वारा विद्यार्थियों को अचार, बिस्किट, चप्पल निर्माण, नारियल तेल मिलिंग, दोना पत्तल निर्माण, मसाला पैकिंग, आइसक्रीम निर्माण के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई| इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को भी सशक्तिकरण और स्वालंबन की ओर प्रेरित करते हुए रोजगारोन्मुखी दक्षता का विकास कर आत्मनिर्भर बनने हेतु प्रोत्साहित किया|
द्वितीय दिवस विद्यार्थियों के द्वारा कोण्डागाँव जिला के विख्यात साहित्यकार स्व. श्री हरिहर वैष्णव के निवास स्थल का भ्रमण किया गया| विद्यार्थियों ने वैष्णव जी के लक्ष्मी जगार, बस्तर का लोक साहित्य,धनकुल जैसे अमर कृतियों वाचन किया| इस अवसर पर स्व. वैष्णव जी के सुपुत्र नवनीत वैष्णव ने बताया कि हरिहर जी हिंदी व हल्बी के प्रसिद्ध साहित्यकार होने के साथ-साथ बस्तर व छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति के विभिन्न पहलुओं के अनुसंधानकर्ता भी रहे हैं| वैष्णव जी का संपूर्ण लेखन-कर्म बस्तर की परंपराओं और संस्कृति पर ही केंद्रित है| विद्यार्थियों ने वैष्णव जी को प्राप्त छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण 'पंडित सुंदरलाल शर्मा साहित्य सम्मान 2015', आंचलिक साहित्यकार सम्मान आदि सम्मान-पत्रों एवं प्रशस्ति-पत्रों का भी अवलोकन किया| इस अवसर पर हिंदी विभाग के श्रीमती सिंहनु लांबा, रुपेश सोरी भी उपस्थित रहे|