आज दिनांक 20.03.2022 को शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोंडागांव की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) के संरक्षण में एवं केमिकल सोसाइटी, रसायन शास्त्र विभाग के तत्वावधान में नगर सेना, कोंडागांव एवं राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), कोंडागांव की टीम द्वारा फायर सेफ्टी विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में श्री एस के मार्बल जिला सेनानी एवं जिला अग्निशमन अधिकारी कोंडागांव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। साथ ही नगर सेना कोण्डागाँव के सहायक उप निरीक्षक भानसिंह मार्को एवं नगर सेना व एसडीआरएफ के फायर फाइटर्स भी मौजूद रहे। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सी आर पटेल द्वारा अपने स्वागत उद्बोधन में नगर सेना एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ के कार्यों की सराहना करते हुए राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके योगदान का संक्षिप्त इतिहास बताया गया। श्री मार्बल ने अपने व्याख्यान में आग लगने और उसे रोकने के सिद्धांत बताए। उन्होंने बताया कि ईंधन एवं हवा (ऑक्सीजन) ये दोनों चीजें आग लगने में सहायक हैं अगर इनमें से कोई एक भी न हो तो आग नही लग सकती। आग बुझाने के लिए इन दोनों में से किसी एक हो अगर खत्म कर दें तो आग स्वयं बुझ जाएगी। उन्होंने बताया कि आग के चार प्रकार ABCD होते हैं। A प्रकार की आग लकड़ी की आग होती है जो कूलिंग या पानी से बुझा सकते हैं।
B सभी प्रकार के तेल की आग होती है जो ऑक्सीजन को रोककर बुझाई जा सकती है। इसे रेत पाउडर या फोम से भी बुझा सकते हैं। इस फोम से उस आग पर एक परत बन जाती है और ऑक्सीजन मिलना बंद हो जाती है।
C प्रकार की आग गैस या इलेक्ट्रिक शार्ट सर्किट की आग होती है जो CO2 या डीसीपी ड्राई पाउडर से बुझाई जाती है।
D प्रकार की आग मैटेलिक फायर होती है जो dcp केमिकल से बुझाई जाती है।
उन्होंने कहा कि किसी भी आग को तत्काल जागरूक लोगों द्वारा बचाया जा सकता है।
उन्होंने विभिन्न संस्थानों में लगने वाले विभिन्न तरह के फायर सेफ्टी सिस्टम के बारे में जानकारी दी एवं फायर सेफ्टी से संबंधित नियमों की भी जानकारी दी। उन्होंने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि फायर सेफ्टी के फील्ड में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं एवं इसमें अच्छी सैलरी भी प्राप्त होती है। उन्होंने छात्र छात्राओं को जानकारी दी कि फायर सेफ्टी से संबंधित डिप्लोमा कोर्स छत्तीसगढ़ में नहीं है किंतु नागपुर में इसकी प्रतिष्ठित संस्थान हैं जहां से कोर्स किया जा सकता है। उन्होंने स्टाफ एवं छात्र छात्राओं की फायर सेफ्टी से संबंधित बहुत सारी जिज्ञासाओं को भी शांत किया। व्याख्यान के बाद नगर सेना एवं एसडीआरएफ की टीम द्वारा लकड़ी, तेल एवं गैस सिलेंडर की आग को बुझा कर दिखाया गया। साथ ही साथ महाविद्यालय के स्टाफ एवं स्टूडेंट से भी गैस सिलेंडर में लगने वाली आग को बुझवाया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ आशीष कुमार आसटकर के द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन श्री नसीर अहमद के द्वारा किया गया। इस दौरान शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोंडागांव एवं शासकीय आदर्श नवीन कन्या आवासीय महाविद्यालय कोंडागांव के समस्त स्टाफ मौजूद रहे।