शासकीय गुण्डाधूर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोण्डागाँव में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. किरण नुरुटी के निर्देशन में और हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष श्री विनय कुमार देवाँगन के मार्गदर्शन में एम.ए. (हिंदी) द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों के द्वारा एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों के द्वारा विभिन्न विषयों पर विचार प्रस्तुत किए गए| इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य महोदया ने कहा कि इस तरह की गतिविधियाँ परीक्षा की तैयारी की दृष्टि से तो श्रेष्ठ हैं ही, साथ ही छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व के विकास के लिए भी आवश्यक है| इस सेमिनार में विद्यार्थियों के द्वारा रीतिकाल की प्रवृत्तियाँ, छायावाद, प्रगतिवाद एवं प्रयोगवाद की विशेषताएं, हिंदी निबंध, कहानी, उपन्यास व नाटक का उद्भव और विकास, प्राचीन भारतीय आर्य भाषा, देवनागरी लिपि का मानकीकरण, हिंदी भाषा की संवैधानिक स्थिति आदि विषयों पर विचार प्रस्तुत किए गये| सेमिनार में श्री सोनल मेश्राम, राजमन, ममता, सीमा, योगेश्वरी, विजन्तीन, जमुना, संतोषी, मानबती, पूनम, राधा, सविता, तुलेश्वरी, हरिचंद एवं बड़ी संख्या में महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे|