शासकीय गुण्डाधूर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोण्डागाँव में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में पोस्ट कोविड सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए व्याख्यान कार्यक्रम,ऑनलाइन हिंदी प्रश्नोत्तरी व नारा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया| इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य शोभा राम यादव ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा होने के साथ ही राजभाषा और राष्ट्रभाषा भी है| हिंदी हमारी पहचान है| हमें हिंदी पर गर्व होना चाहिए| हम सब की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि हम हिंदी का सम्मान करें| महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक पुरोहित कुमार सोरी ने कहा कि हिंदी हमारे देश के मन की भाषा होने के साथ ही संस्कार प्रदान करने वाली भाषा है| देश की नई शिक्षा नीति में भी हिंदी को विशेष महत्व प्रदान किया गया है| हमें सभी लोगों को अधिक से अधिक हिंदी बोलने के लिए प्रेरित करना होगा| हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक विनय कुमार देवाँगन ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हिंदी दिवस का प्रतिवर्ष आयोजन किया जाता है| आज हमारी हिंदी राष्ट्रभाषा के स्तर से भी उठकर वैश्विक भाषा बनने की ओर अग्रसर है| आज मीडिया और जनसंचार के नये-नये माध्यमों के जरिये हिंदी जन-जन की भाषा बन चुकी है| हमें अंग्रेजी आती है या नहीं, यह मायने नहीं रखता लेकिन हमें हिंदी नहीं आती है तो यह हमारे लिए अवश्य ही शर्म की बात है| हम बच्चों से कहते हैं कि अंग्रेजी मजबूत होनी चाहिए, लेकिन उससे पहले हमारी हिंदी मजबूत होनी चाहिए| हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक श्रीमती सिहनु लांबा ने आभार व्यक्त किया| हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित नारा लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कु. हेमलता नेताम, द्वितीय स्थान कु.संतोषी व तृतीय स्थान कु.जमुना शोरी ने प्राप्त किया| ऑनलाइन हिंदी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में राज्य के विभिन्न संस्थाओं के 700 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिन्हें ई-सर्टिफिकेट प्रदान किया गया| कार्यक्रम में महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक शशिभूषण कन्नौजे, श्रीमती रूपा सोरी, डॉ. देवाशीष हालदार, डॉ. आशीष कुमार आसटकर, श्रीमती चित्रकिरण पटेल, हनी चोपड़ा, कु.महक बख्शी, हरीश चंद्राकर एवं महाविद्यालयीन हिंदी साहित्य परिषद से हरिचंद, मानबती, सोमनाथ, देवेंद्र, हेमबती,मंगलबती, शिवलाल, महाविद्यालयीन स्टाफ व विद्यार्थीगण उपस्थित रहे|