शासकीय गुण्डाधूर स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोण्डागाँव में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (SWAYAM) के दिशा-निर्देशानुसार तथा भारत सरकार के कोविड-19 महामारी सामाजिक दूरी के निर्देशों का पालन करते हुए शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त प्राचार्य श्री जे.पी. एक्काजी थे। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन तथा डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के छायाचित्र पर माल्यार्पण करके किया गया। इस अवसर पर श्री एक्काजी को श्रीफल एवं शाॅल भंेटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. किरण नुरूटी ने अपने उद्बोधन में महाविद्यालय के शिक्षकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सभी प्राध्यापक छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव प्रयत्नशील रहते हंै। शिक्षक राष्ट्र का निर्माता होता है। हर किसी के जिंदगी में शिक्षक का बहुत महत्व होता है। कहा जाता है कि लेखक और शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं। वर्तमान कोविड-19 महामारी के दौर में भी शिक्षक छात्रों के भविष्य निर्माण हेतु आॅनलाईन टीचिंग जैसे यथासंभव माध्यमों द्वारा निरंतर संलग्न रहते हैं। मुख्य अतिथि श्री जे.पी. एक्का ने अपने उद्बोधन में अपने शिक्षकीय जीवन के दौरान आई कठिनाइयों एवं रोचक प्रसंगों को साझा किया। उन्होंने कहा कि किसी भी बच्चे के लिए उसके माता-पिता प्रथम गुरू होते हैं और फिर दूसरा स्थान शिक्षक का आता है। मैंने सदैव सामाजिक जनजागरूकता को अपने शिक्षकीय कत्र्तव्यों से जोड़ा है। कार्यक्रम के प्रभारी डाॅ. देवाशीष हालदार थे। कार्यक्रम का संचालन श्री नसीर अहमद तथा आभार प्रदर्शन श्री पुरोहित सोरी ने किया। सहायक प्राध्यापक श्री विनय देवांगन ने उक्त कार्यक्रम का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक श्री शशिभूषण कन्नौजे, श्री शोभाराम यादव, श्रीमती रूपा सोरी, डाॅ. आशीष कुमार आसटकर, श्रीमती चित्रकिरण पटेल एवं कार्यालयीन कर्मचारी सामाजिक दूरी का पालन करते हुए उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में छात्रों की सहभागिता हेतु उन्हें आनलाइन गूगल मीट द्वारा जोड़ा गया जिसमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।